Weather forecast : भले ही मानसून अब उत्तर भारत से विदा हो गया हो, लेकिन बारिश ने अभी बाय बाय नहीं बोला है. बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तर भारत में एक बार फिर बारिश और बर्फबारी की संभावना बन रही है. 16 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक मौसम खराब रह सकता है. अगर मौसम खराब होगा तो धान की कटाई प्रभावित होगी. सरसों बुआई पर भी इसका विपरीत असर पड़ेगा.
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ऐसी बन रही हैं मौसमी प्रणालियां
बंगाल की खड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र के अब मध्य भारत में प्रवेश करेगा और कमजोर पड़ेगा. इसके प्रभाव से उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में 16 अक्टूबर से पूर्वी हवाएं चलना आरंभ होंगी. उत्तर प्रदेश और उतराखंड के तराई वाले इलाकों में ये ज्यादा सक्रिय होंगी. बाकि मैदानी इलाकों में मध्यम पूर्वी हवाएं चलेंगी. इसी दौरान एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय होता दिख रहा है. पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं का मेल पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उतराखंड या पूर्वी हिमालय पर हो सकता है. इसके मेल से एक शक्तिशाली मौसमी प्रणाली बनेगी. यह प्रणाली भारी बारिश करने में सक्षम होती दिख रही है.
क्या होगा प्रभाव
इसके प्रभाव से 16 अक्टूबर की रात से लेकर, 17,18 और 19 अक्टूबर की सुबह तक संपूर्ण उत्तराखंड, पूर्वी हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी और केंद्रीय उत्तरप्रदेश खासकर तराई वाले इलाकों में भारी से बहुत भारी बरसात की संभावना है. ऊंचे पहाड़ों पर भारी से अति भारी बर्फबारी या बर्फिला तूफान भी आ सकता है.
मैदानी इलाकों में क्या हो सकता है (Weather forecast for UP)
यह मौसमी सिस्टम मैदानी इलाकों को भी प्रभावित करेगा. पूर्वी उत्तरप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. पश्चिमी उत्तरप्रदेश और तराई वाले क्षेत्रों में सभी जगह मध्यम बारिश की संभावना है. तराई वाले इलाकों में भारी से बहुत भारी बरसात भी हो सकती है.
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दिल्ली और एनसीआर में हल्की से मध्यम बरसात हो सकती है. तेज बारिश के कुछ दौर भी छोटे अंतराल के आ सकते हैं.
हरियाणा (weather forecast for Haryana) : सोनीपत, पानीपत, कैथल, करनाल, अंबाला, यमुनानगर कुरुक्षेत्र जैसे GT रोड बेल्ट के जिलों में मध्यम से भारी बरसात होने की संभावना है. केंद्रीय और पश्चिमी हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
पंजाब (weather forecast for Punjab) : चंडीगढ़ और हिमाचल से लगते पूर्वी पंजाब के हिस्सों में मध्यम से भारी बरसात संभव। पश्चिमी हरियाणा और राजस्थान से लगते बठिंडा, मुक्तसर, फिरोजपुर और मानसा में केवल बादलवाही हो सकती है बारिश की संभावना यहां बेहद कम है।
राजस्थान (weather forecast for Rajasthan): पूर्वी राजस्थान, हरियाणा और उत्तरप्रदेश से लगते जिलों में हल्की से मध्यम बरसात की संभावना। दक्षिण राजस्थान समेत, जैसलमेर, बीकानेर, नागौर, पश्चिमी हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, फाजिल्का, अबोहर हनुमानगढ आदि जगहों पर केवल बादलवाही हो सकती है.
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