इन्फोपत्रिका. chemical free gud : हरियाणा के कैथल में स्थित कैथल शुगर मिल का बनाया गुड़ और शक्कर लोगों को खूब पसंद आ रहा है. बाजार में मिल रहे गुड़ और शक्कर से महंगा होने के बावजूद भी ग्राहक इसे हाथों हाथ ले रहे हैं. इसका कारण है इसका बेहतर क्वालिटी का होना. लोगों के मिल रहे अच्छे रिस्पांस से शुगर मील के कर्मचारी और अधिकारी काफी उत्साहित हैं.
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बनाते हैं कैमिकल रहित गुड़-शक्कर chemical free gud
शुगर मिल में केमिकल रहित गुड़ बनाने के लिए अलग से कोल्हू लगाया गया है। गुड़ और शक्कर बनाने की प्रक्रिया में किसी तरह के कैमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता. गुड़ बनाने के लिए अच्छी क्वालिटी के गन्ने का प्रयोग किया जा रहा है। यहां यह जान लेना जरूरी है कि ये गुड़ जैविक नहीं है. क्योंकि इसे जिस गन्ने से तैयार किया जा रहा है, उसमें रासायनिक खादें और कीटनाशकों का प्रयोग किया गया है. शुगर मिल में जो गुड़ तैयार किया जा रहा है। वह लोगों को खुब पसंद आ रहा है। यह गुड़ बाजार में बिकने वाले गुड़ से थोड़ा महंगा है, लेकिन पारखी लोग इसे बड़े चाव से खरीद रहे है। इस गुड़ में सौंफ, हल्दी व अदरक को बारीकी से पीसकर डाला गया है ताकि सर्दी में गुड़ एक प्रकार से जड़ी-बूटी का काम करे।
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अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में खूब बिका गुड़-शक्कर
पिछले दिनों कुरुक्षेत्र में सम्पन्न हुए अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में 4 दिन में 2200 किलोग्राम गुड़ और शक्कर (chemical free gud) की बिक्री अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में दर्ज की गई। शहर में केमिकल रहित गुड़ व शक्कर की बिक्री को देखकर कैथल राजकीय शुगर मिल के अधिकारियों ने कुरुक्षेत्र में एक सेल काउंटर स्थापित करने की भी योजना बनाई है। महोत्सव में लगे स्टॉल पर गुड़ की कीमत 60 रुपए प्रति किलो और शक्कर की कीमत 70 रुपए प्रति किलो रखी गई थी.
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