नई दिल्ली. सरसों के तेल (Mustard Oil)की लगातार बढ़ती कीमतों से परेशान लोगों को राहत देने के लिए सेबी (SEBI) ने सरसों के वायदा कारोबार पर रोक लगा दी है. सेबी ने कमोडिटी एक्सचेंज एनसीडीएक्स (NCDEX) को आदेश दिया है कि अगले आदेश तक नए कांट्रेक्ट की ट्रेडिंग को मंजूरी नहीं दी जा सकती. मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट में बैठे लोग अपनी पोजीशन से निकल सकते हैं.
सेबी ने इस आदेश को तुरंत प्रभाव से लागू करने की बात कही है. सेबी ने 8 अक्टूबर शनिवार को एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि जो भी कॉन्ट्रैक्ट अभी चल रहे हैं उनमें नए कॉन्ट्रैक्ट ऐड नहीं किए जा सकते. हालांकि कांट्रैक्ट्स से निकला जा सकता है.
क्यों बना हुआ है दाम पर प्रेशर
The Hindu की एक खबर के मुताबिक, एडिबल ऑयल इंडस्ट्री बॉडी सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (SEA) के एग्जिटक्यूटिव डायरेक्टर बी.वी. मेहता ने कहा की सेबी की तरफ से ये दिशा- निर्देश सरसों के तेल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के मद्देनजर आए हैं.
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मेहता ने इसके बाद कहा कि सरसों के बीज का ज्यादातर स्टॉक क्रश कर दिया गया है जिसके चलते इसके दामों पर प्रेशर बना हुआ है. सरसों के बीज की कमजोर सप्लाई की वजह से होलसेल और रिटेल दाम में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
एक सरकारी डाटा के मुताबिक, सरसों के तेल (पैकिंग वाला) का एवरेज रेट बढ़ा है.इस डेटा के अनुसार पिछले साल 8 अक्टूबर को सरसों का तेल 128.50 पैसे प्रति किलोग्राम था, जो कि अब 8 अक्टूबर 2021 को 183.50 पैसे हो गया है.