इन्फोपत्रिका. पशु चिकित्सा : जब तक पशु ब्याने के बाद जेर नहीं गिराता (Retention of placenta), तब तक उसका ब्याना अधूरा माना जाता है. जेर का गिराना बहुत जरूरी होता है. अगर कोई पशु ब्याने के 12 घंटे तक जेर नहीं गिराता है तो यह पशु के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है.
पशु की जेर गिराने के लिए आधुनिक चिकित्सा पद्ति में कई तरह की दवाइया हैं. आजकल इनका प्रयोग काफी किया जाता है. लेकिन, देश के कई हिस्सों में जेर गिराने के लिए देशी घरेलू इलाज भी किया जाता है. इस पशु चिकित्सा में आसानी से उपलब्ध जड़ी बूटियां या फिर सब्जियों का प्रयोग किया जाता है.
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बेंगलूरु स्थित द यूनिवर्सिटी ऑफ ट्रांसडिसिप्लनरी हेल्थ साइसेंज एंड टेक्नोलॉजी (The University of Transdisciplinary Health Sciences and Technology) पशु चिकित्सा के लिए प्राचीन समय से ही प्रयोग की जा रही देशी चिकित्सा पद्तियों को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है. यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एन पूनिमूर्थी और डॉक्टर एमएन बालाकृष्णन पशुओं का इलाज देशी औषधियों (Ethno-veterinary formulation) से लंबे समय से कर रहे हैं. आज हम आपको इनके बताए जेर गिराने के बारे में बताएंगे.
अगर पशु ब्याने के लंबे समय तक जेर नहीं गिराता है तो इसके लिए पशु को मूली और भिंडी नमक और गुड़ के साथ खिलाई जाती है. पशुपालकों के लिए नेशनल डेयरी डेवपमेंट बोर्ड ने प्रोफेसर एन पूनिमूर्थी और डॉक्टर एमएन बालाकृष्णन के मार्गदर्शन में एक वीडियो बनाया है. आप भी इस वीडियो को देखिए और जानिए कि जेर गिराने की दवा कैसे बनाई और खिलाई जाती है…
जरूरी सूचना : यहां दी गई जानकारी पशुपालकों की सामान्य जानकारी हेतु है. हालांकि, यहां दी जानकारी विशेषज्ञों द्वारा बताए गई सलाह पर आधारित है, फिर भी पशुपालक इस सलाह का अनुसरण करने से पहले पशु विशेषज्ञ से परामर्श जरूर कर लें. किसी भी तरह के दुष्प्रभावों के लिए इन्फोपत्रिका डॉट इन जिम्मेदार नहीं होगा.