इन्फोपत्रिका. तेजी पर सवार बासमती 1121 सहित अन्य किस्मों के भाव मंगलवार को टूट गए. बासमती 1121 के भाव में लगभगत 200 रुपए की गिरावट आई. बासमती 1121 के साथ ही पीबी 1, डीपी 1401 और बासमती 1718 के रेट भी टूट गए. बहुत से तथाकथित बासमती बाजार विशेषज्ञ जो कल तक बासमती 1121 के 5 हजार रुपए क्विंटल होने की भविष्यवाणी कर रहे थे वो अचानक आगे भी और मंदी का राग अलापने लगे.
4000 रुपए क्विंटल को पार कर चुका बासमती 1121 मंगलवार को हरियाणा में 3800-3850 रुपए पर आ गया. पंजाब में भी यह लगभग 150 रुपए टूटा. कल तक तो तेजी में थे वो अचानक मंदी में क्यों हो गए, ये समझ से परे है. कुछ लोगों ने इस गिरावट की वजह चावल के भाव में आई मंदी को बताया. हालांकि गौर करने वाली बात यह है कि चावल बाजार में धान के अनुरूप तेजी नहीं थी.
क्या होगा आगे
बासमती 1121 की मार्केट की चाल आगे कैसी रहेगी, यह जानने के लिए हमने बात की बासमती के घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार पर पैनी नजर रखने वाले श्री नीरज शर्मा से. नीरज शर्मा अमृतसर की भगतांवाला मंडी से हैं. नीरज का कहना है कि मंगलवार को जो मंदी आई है वो स्थाई नहीं है. बासमती धान का बाजार फिर से संभलेगा. रेट कहां तक जाएंगे, ये बताना तो फिलहाल मुश्किल है. लेकिन इतना जरूर है कि बासमती 1121 के भाव बहुत ज्यादा टूटेंगे नहीं. अगर मार्केट आगे थोड़ा और टूटती है तो भी यह फिर से संभल जाएगी.
3700 से नीचे जाने की संभावना कम
रेट नीचे में कहां तक जा सकते हैं के सवाल पर नीरज शर्मा ने www.infopatrika.in को बताया कि फिलहाल मार्केट में स्थितियां बनी है उनके अनुसार तो बासमती 1121 धान के रेट 3700 रुपए क्विंटल से नीचे नहीं जाने चाहिए. अब बासमती धान का एक बड़ा हिस्सा मील के अंदर लग गया है. इस बार ऊंचे रेट में धान की खरीद मिलर्स ने की है. मिलर्स ही अब धान की मार्केट को ज्यादा टूटने नहीं देंगे. ऐसा वो इसलिए करेंगे ताकि चावल बेचते वक्त वो धान की महंगी खरीद को कारण बताकर चावल के ऊंचे भाव हासिल कर सकें. अपने चावल का अच्छा रेट लेने के लिए धान मार्केट को गरम रखना अब जरूरी है.
नीरज शर्मा का कहना है कि बासमती 1121 धान ही रेट सेट करता है और मार्केट की चाल भी. बासमती की बाकि किस्में जैसे बासमती 1718, डीपी 1401, पीबी 1 और बासमती 1509 के रेट भी बासमती 1121 के अनुसार ही चलते हैं. यानि 1121 टूटा तो इनमें भी टूट और बासमती 1121 चढा तो इनके भाव भी बढते हैं.