इन्फोपत्रिका. sulfur spray in mustard : देश के ज्यादातर सरसों उत्पादक क्षेत्रों में सरसों की फसल अब फूल निकाल चुकी है या जल्द ही निकालने वाली है. मौसम भी सर्द हो गया है. देश के कुछ राज्यों में तो अब पाला पड़ना (frost) भी शुरू हो गया है. फसलों पर औंस ने बर्फ का रूप धारण कर लिया है. इसलिए अब जरूरी है कि फसल को पाले से बचाने के उपाय किए जाएं.
पाला जमने से नुकसान Pala jmne ke nuksn
जब रात का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है तो औंस के रूप में फसलों पर पड़ा पानी जम जाता है. यही नहीं पौधों के अंदर कोशिकाओं में उपस्थित पानी सर्वप्रथम अंतरकोशिकीय स्थान पर इकट्ठा हो जाता है। इस तरह कोशिकाओं में पानी की कमी हो जाती है। दूसरी ओर अंतरकोशिकीय स्थान में एकत्र जल जमकर बर्फ का रूप ले लेता है. इसे जमे हुए पानी का बर्फ के रूप में आकार बढ़ने से आसपास की कोशिकाओं पर दबाए बढ़ता है और कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं. इसी प्रकार कोमल टहनियां पाले से नष्ट हो जाती हैं।
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सल्फर और टेबूकोनाजोल की करें स्प्रे sulfur spray in mustard
सरसों की फसल को पाले और ठंड से बचाने के लिए जरूरी है कि सिंचाई करें. खेत में पर्याप्त नमी होने पर पानी जमता नहीं है. किसी भी हाल में खेत को सूखा न रखें. पाले से फसलों को बचाने में सल्फर का भी अहम योगदान है. इसलिए सल्फर का छिड़काव (sulfur spray in mustard) जरूर करें.
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इस ज्यादा ठंड पड़ने पर सरसों में कई फंगस का भी अटैक होता है. इसलिए सरसों में इस वक्त Tebuconazole 10 % + Sulphur 65% wg का स्प्रे काफी फायदेमंद रहता है. सल्फर जहां सरसों को पाले से बचाता है वहीं टैबूकोनाजोल फंगस को नहीं आने देता. यह रस्ट ,ब्लास्ट ,लिफ़ स्पॉट ,पाउडी मिल्ड्यू आदि फंफूद से सुरक्षा प्रदान करता है. Tebuconazole 10 % + Sulphur 65% wg सॉल्ट वाली दवाई जेयू एग्रीसाइंसेज (JU agrisciences) कंपनी जेयू टेबूसोल (JU-tebusul) नाम से बाजार में बेचती है. सुमिटोमो (sumitomo) कंपनी इसे हारू (Haru)नाम से किसानों को देती है. शिवालिक (shivalik) कंपनी का यह प्रोडक्ट मिस्की (Miski) नाम से बाजार में उपलब्ध है. एक्सल (exel crop care) कंपनी का उत्पाद स्वाधीन (swadheen) नाम से आता है. किसान इनमें से अपनी पंसद अनुसार कोई भी प्रोडक्ट लेकर सरसों में स्प्रे कर सकता है.
क्या काम करता है सल्फर
तेल वाली फसलों में सल्फर तेल की मात्रा और फसल उत्पादन बढ़ाता है. सल्फर की स्प्रे से सरसों में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है. अत्यधिक ठंड में सल्फर पौधे को क्रियाशील रखता है और यह कोशिकाओं और पत्तों पर पड़े पानी को जमने नहीं देता. सल्फर की स्प्रे से जमीन से भोजन लेने की पौधे की क्षमता भी बढ़ती है. इस तरह पाला पड़ने पर यह फसल की पाले और ठंड से सुरक्षा करता है.
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