इन्फोपत्रिका. सही समय पर गेहूं में पहला पानी देना बहुत जरूरी है. पहली सिंचाई को हम उत्पादन का आधार भी कह सकते हैं. अगर पहली सिंचाई (first irrigation in wheat) में ही गड़बड़ हो गई उत्पादन गिरने की संभावनाएं बहुत ज्यादा हो जाती है. वहीं सही समय पर पहला पानी देने से जड़ों का विकास सही होता है और पौधे में फुटाव ज्यादा आता है. इसलिए किसानों के लिए यह जानना जरूरी है कि गेहूं की फसल में पहली सिंचाई कब और कैसे करें.
हरियाणा के हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविधालय के वैज्ञानिकों डॉक्टर तेज सिंह और डॉक्टर डीएस मलिक ने गेहूं के सिंचाई प्रबंधन पर शोध किया था. इसमें इन्होंने पाया कि पहला पानी (first irrigation in wheat) सही समय पर नहीं देने से गेहूं उत्पादन 33 फीसदी तक गिर सकता है. पहला पानी कब लगाया जाए यह कई बातों पर निर्भर करता है. जैसे बुआई का समय, जमीन की प्रकृति और बारिश. तो आईये जानते हैं इन सब के बारे में.
अगर आप भी गेहूं में गुल्ली डंडा यानि मंडूसी से परेशान हैं तो अपनाएं इस खत्म करने के लिए ये तरीका
बुआई के समय अनुसार First irrigation in wheat
पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना के अनुसार जो किसान गेहूं की बुआई 15 नवंबर तक कर लेते हैं उन्हें 21 से 25 दिन की फसल होने तक पहला पानी लगा देना चाहिए. जिन खेतों में 16 नवंबर से एक दिसंबर तक गेहूं बोई गई है उनमें पहली सिंचाई (first irrigation in wheat) बुआई के 25 से 30 दिनों में करनी चाहिए. 1 दिसंबर से बाद में जिन किसानों ने बुआई की है, उन्हें गेहूं उगने के 30 दिन बाद पहला पानी गेहूं को लगाना चाहिए. 1 दिसंबर के बाद बोई गई गेहूं उगने में ठंड के कारण ज्यादा समय लेती है. इसीलिए किसानों को उगने के समय को ध्यान में रखकर ही पहला पानी देना चाहिए.
भूमि के अनुसार
गेहूं में पहला पानी हमारी जमीन की प्रकृति के हिसाब से भी देना होता है. जिस खेत में नमी ज्यादा रहती है, वहां पानी लेट लगाया जाता है और जहां नमी जल्दी समाप्त होती है वहां पहले पानी दिया जाता है. अगर खेत की मिट्टी चिकनी या भारी है जिसमें नमी देर तक रहती है तो ऐसे खेत में पहला पानी (first irrigation in wheat) 21 की बजाए 28 दिन में लगाना लाभदायक है. रेतीली या हल्की मिट्टी वाले खेतों में अगेती बोई गेहूं में पानी 21 से 25 दिनों में लगा देना चाहिए.
पशुओं के थनैला रोग का घर पर कैसे करें इलाज, जानिए इस वीडियो में
बारिश का असर
कई बार गेहूं उगने के बाद बारिश हो जाती है. ऐसी स्थिति में गेहूं में पहला पानी लगाने का समय भी बदल जाता है. ज्यादा बारिश होने पर पानी लगाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती. लेकिन किसान दुविधा में तब पड़ जाते हैं तब पर्याप्त बारिश न हुई हो. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार अगर 1 सेंटीमीटर बारिश हुई हो तो पहला पानी 5 दिन लेट कर देना चाहिए और अगर 2 सेंटीमीटर बारिश हो जाए तो पहला पानी 10 दिन सामान्य दिनों से लेट कर देना चाहिए. इसका मतलब यह है कि अगर हमें 21 दिन में पानी लगाना था तो वो 26 दिन बाद या 31 दिन बाद बारिश के अनुसार लगाएं.
हलकी सिंचाई करें
पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना और चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के अनुसार गेहूं की पहली सिंचाई हल्की करनी चाहिए. क्यारों को ज्यादा भरना नहीं चाहिए. ज्यादा पानी लगाने से नमी देर तक रहती है. इससे गेहूं पीली पड़नी शुरू हो जाती है. जड़ गलन रोग आने का भी खतरा रहता है. गेहूं को पहला पानी देते हैं तो पत्तों का विकास कुछ समय के लिए रुक जाता है। इसी कारण 21 से 25 दिन बाद पहला पानी देने से गेहूं का फुटाव ज्यादा होता है और जड़ें भी मज़बूत होती हैं। लेकिन गेहूं का कद कुछ समय के लिए रुक जाता है।