इन्फोपत्रिका. Government subsidy : आजकल परंपरागत विधि के साथ ही आधुनिक तकनीक से भी सब्जियों की खेती किसान कर रहे हैं. सरकार भी खेती के आधुनिकीकरण को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही हैं. सब्जी उत्पादन बढ़ाने और जल्द उत्पादन प्राप्त करने में मल्चिंग और लो टनल बहुत सहायक है. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार अब किसानों को इन दोनों विधियों से सब्जी की खेती करने पर सहायता उपलब्ध करा रही है.
मल्चिंग सीट पर सब्सिडी Government subsidy on mulching film
बहुत से किसान मल्चिंग तकनीक का प्रयोग भी करते हैं. इस पर भी सरकार अनुदान (Government subsidy) दे रही है. खेत में लगे पौधों की जमीन को चारों तरफ से प्लास्टिक फिल्म के द्वारा सही तरीके से ढकने की प्रणाली को प्लास्टिक मल्चिंग कहते हैं। प्लास्टिक भूमि में नमी संरक्षण, खरपतवार नियंत्रण के साथ-साथ भूमि का तापमान कम करती है। हरियाणा सरकार खेत में मल्चिंग करने पर कुल लागत पर 50 फीसदी अनुदान दे रही है. एक किसान प्रति हेक्टेयर 80000 रुपए लाभ ले सकता है. एक किसान दो हेक्टेयर में इस योजना का लाभ उठा सकता है.
लो टनल Government subsidy on low tonnel
यह ऐसी संरक्षित संरचना हैं जिसे खेत में फसल की बुआई के बाद प्रत्येक मेढ़ पर बनाया जाता है. मेढ प्लास्टिक सीट से कम ऊंचाई की एक झोपड़ी बनाई जाती है. यह फसल को कम तापमान से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए बनाई जाती है। यह तकनीक उन क्षेत्रों में सब्जियो की बेमौसमी खेती लिए बहुत उपयोगी है जहां सर्दी में रात का तापमान लगभग 40 से 60 दिनों तक 8 डिग्री सें.ग्रे.से नीचे रहता है। लो टनल में सब्जियां लगाने के लिए हरियाणा सरकार प्रति हेक्टेयर 75000 रुपए किसान को अनुदान दे रही है. एक किसान एक ही हेक्टेयर में इस योजना का लाभ ले सकता है. किसान को प्लास्टिक सीट और लोहे की छड़ों आदि पर सब्सिडी मिलेगी. योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 नवंबर है.
कैसे करें आवेदन How to apply for Government subsidy
किसान हरियाणा सरकार की वेबसाइट http://hortharyanaschemes.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के लिए किसान को पंजीकरण कराना होगा. पंजीकरण के समय आधार कार्ड, बैंक पास बुक सहित कुछ अन्य दस्तावेजों की भी जरूरत होगी. इसलिए अपने सभी कागजात साथ रखें. जैसे ही आप http://hortharyanaschemes.in वेबसाइट को खोलेंगे तो योजना पटल नाम से एक खाना बना है. इसके नीचे जहां संरक्षित खेती (पॉली हाउस मलचिंग प्लास्टिक टनल इत्यादि) लिखा है, वहां क्लिंक करें. इसी पेज पर आपको योजना की पूरी जानकारी मिलेगी. आप पंजीकरण करके योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं.