नई दिल्ली. किसानों ने हठ पर अड़ी मोदी सरकार पर एक बड़ी जीत दर्ज की है. धान की खऱीद अब आज (3 अक्टूबर 2021) से ही होगी. केंद्र सरकार ने तीन दिन पहले एक पत्र जारी करते हुए राज्य सरकारों को आदेश दिया था कि धान की खरीद 11 अक्टूबर से होगी. इस आदेश के बाद किसानों का पारा चढ़ रहा था. किसानों ने 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) के दिन विधायकों और सांसदों के घरों का घेराव शुरू कर दिया. सरकार पर प्रेशर बना तो शाम होते-होते 11 अक्टूबर से धान की खरीद का फैसला केंद्र सरकार वापस ले लिया.
पहले 1 अक्टूबर से होनी थी खरीद
बता दें कि हरियाणा सरकार ने पहले 1 अक्टूबर से धान की खरीद की घोषणा की थी. इसके बाद 30 सितंबर की शाम को केंद्र सरकार ने हरियाणा और पंजाब में 11 अक्टूबर से धान की खरीद के आदेश जारी कर दिए. इस खबर के बाद से ही किसानों में गुस्सा फैलना शुरू हो गया. 1 अक्टूबर को खरीद नहीं होने के चलते किसानों में प्रदेशभर की मंडियों में विरोध प्रदर्शन किया. मार्केट कमेटियों के दफ्तरों पर ताले लगा दिए गए और कई जगहों पर रास्तों को जाम किया गया. 1 अक्टूबर को ही किसान संगठनों ने ऐलान किया कि 2 अक्टूबर को बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
2 अक्टूबर का विरोध काम आया
खरीद न होने से अपने साथ हो रहे खिलवाड़ को लेकर किसान सुबह से ही ट्रैक्टर और ट्रालियां लेकर विधायकों और सांसदों के घरों का घेराव शुरू कर दिया. पुलिस की बैरिकेंटिंग भी तोड़ी गई और कई जगहों पर पुलिस के साथ किसानों का टकराव भी हुआ. इस पूरे घटनाक्रम पर हरियाणा सरकार की नज़र थी, लेकिन केंद्र के आदेश में बंधी सरकार के मंत्री (मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री समेत 6 मंत्री) दिल्ली पहुंचे. केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के साथ लगभग एक घंटे की बैठक के बाद केंद्र सरकार को अपने फैसले से पीछे हटना पड़ा.