चंडीगढ़. Paddy Procurement : हरियाणा की मंडियों (Haryana Mandi) में इस बार दूसरे राज्यों के किसानों का धान (Paddy) नहीं खरीदा जाएगा. हालांकि उन किसानों की फसलों की खरीद हो सकती है जो रहते तो हरियाणा में है लेकिन उनके खेत यमुना पार उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हैं. उत्तर प्रदेश और पंजाब के लगभग 52000 से अधिक किसानों ने अपनी फसल बेचने के लिए पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है.
केंद्र सरकार ने नहीं किया रिप्लाई
मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा सरकार ने इसके लिए केंद्र सरकार से परमिशन की मांग की थी लेकिन केंद्र की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. ऐसे में प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि दूसरे राज्यों के किसानों का धान इस बार नहीं खरीदा जा सकता.
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के एसीएस अनुराग रस्तोगी का कहना है कि दूसरे राज्यों की फसलों की खरीद करना संभव नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि अबकी बार राज्य सरकार ने 60 लाख टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा है, जबकि पिछले साल 56 लाख टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा गया था. हरियाणा की अनाज मंडियों में अब तक लगभग 40 लाख टन के आसपास धान की खरीद हो चुकी है.
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कितने किसानों ने करवाया रजिस्ट्रेशन
अपनी धान की फसल बेचने के लिए उत्तर प्रदेश के 31533 किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. पंजाब के 18027 किसानों ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया तो हिमाचल के 3164 किसानों ने अपना नाम दर्ज करवाया है. लेकिन अब यह किसान हरियाणा में अपना धान बेच नहीं पाएंगे.
Paddy Procurement News of UP, Punjab and Haryana
Haryana nahi kharidega UP aur Punjab ke kisano ka dhan