नई दिल्ली. चालू वित्त वर्ष के पहले दस महीनों में ही भारत का कृषि उत्पादों का निर्यात 40.87 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. प्रमुख कृषि उत्पादों जैसे गेहूं, चीनी और कपास के निर्यात (Wheat, Rice and cotton export) में भारी वृद्धि दर्ज की गई है. यह आंकड़े पहले 10 महीने यानी अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 के बीच के हैं.
केंद्रीय वाणिज्य राज्य मंत्री अनुप्रिया सिंह पटेल ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी. पटेल ने बताया कि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले इस बार कृषि उत्पादों के निर्यात में 25.14 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. जिन उत्पादों के लिए लक्ष्य निर्धारित किए गए थे, उनमें से चावल, कॉफी, तैयार अनाज, मांस, डेयरी व पोल्ट्री उत्पाद और समुद्री उत्पाद जैसे कई अन्य उत्पाद निर्यात 2021 के लक्ष्य को प्राप्त करने के बहुत करीब आ गए हैं.
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गेहूं (Wheat) निर्यात 387 प्रतिशत बढ़ा
गौरतलब है कि एपिडा द्वारा जारी आकड़ों में भी बताया गया था कि देश गेहूं के निर्यात (Wheat Export) में वित्त वर्ष 2021-22 के अप्रैल-जनवरी के दौरान 1742 मिलियन डॉलर की भारी बढोतरी हुई है. यह पिछले साल से 387 प्रतिशत अधिक है. पिछले साल 358 मिलियन डॉलर का गेहूं निर्यात हुआ था.
कृषि उत्पादों में चावल से सबसे अधिक विदेशी मुद्रा देश को मिली है. भारत ने बार 8.67 बिलियन डॉलर के चावल निर्यात निर्यात लक्ष्य रखा था जो चालू वित्तवर्ष पहले दस महीनों में ही 91 फीसदी पूरा हो चुका है. चावल निर्यात (Rice Export) चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-फरवरी से 8.67 बिलियन डॉलर से अधिक हो चुका है. अन्य अनाजों के निर्यात ने भी 847 मिलियन डॉलर के निर्यात लक्ष्य की तुलना में 105 प्रतिशत की छलांग लगाई है.
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फल तथा सब्जियों के निर्यात का लक्ष्य भी देश ने दस महीनों में 75 फीसदी प्राप्त कर लिया है. फरवरी तक 3048 मिलियन डॉलर के निर्यात लक्ष्य रखा गया था जबकि 2506 मिलियन डॉलर का निर्यात हुआ है. मांस तथा डेयरी उत्पादों का निर्यात 3771 मिलियन डॉलर दर्ज किया गया है जो फरवरी 2022 तक 4205 मिलियन डॉलर के निर्यात लक्ष्य का 82 प्रतिशत है.
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