नई दिल्ली. लखीमपुर खीरी मामले में किसान संगठनों द्वारा सरकार को दिया गया अल्टीमेटम आज खत्म हो गया है. किसान संगठनों ने अब मंगलवार से देशभर में प्रदर्शन की तैयारियां शुरू कर दी हैं. हालांकि अभी भी किसानों का कहना है कि अगर मंगलवार सुबह तक उनकी मांग नहीं मानी गई तो यह प्रदर्शन शुरू कर दिए जाएंगे. किसानों ने यह भी कहा है कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश भर में लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों को न्याय दिलाने के लिए प्रदर्शन होंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को कहा कि सरकार की तरफ से उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई है कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को हटाया जाएगा या नहीं. यदि उन्हें नहीं हटाया जाता है तो फिर किसान संगठनों के पास विरोध प्रदर्शन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा. उन्हें हटाना इसलिए जरूरी है क्योंकि वे एक प्रभावशाली पद पर हैं और न्याय में हस्तक्षेप कर सकते हैं.
तिकोनिया में अंतिम अरदास
किसान नेताओं के अनुसार, 12 तारीख मंगलवार को लखीमपुर में शहीद हुए किसानों और पत्रकार के लिए तिकोनिया में अंतिम अरदास की जाएगी. इस अरदास के लिए लाखों की संख्या में लोग लखीमपुर पहुंचेंगे. यही नहीं हर राज्य के किसान संगठन अपने-अपने शहरों में कैंडल मार्च भी करेंगे.12 तारीख को लखीमपुर में ही किसानों की अस्थि कलश यात्रा निकाली जाएगी जो कि पूरे यूपी और फिर पूरे देश में घूमेगी.
तय कार्यक्रम के अनुसार 15 अक्टूबर को दशहरा के दिन किसान संगठनों की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का पुतला जलाया जाएगा. 18 तारीख को रेल रोकने का प्लान है और 26 तारीख को लखनऊ में महापंचायत बुलाई गई है.