नई दिल्ली. सरकार ने त्योहारों से पहले आम आदमी को राहत देते हुए विभिन्न खाद्य तेल पर सीमा शुल्क घटाने का ऐलान किया है. इसके चलते पाम, सोयाबीन और सूरजमुखी के खाद्य तेलों के दाम 15 रुपये तक कम होंगे. इससे पहले खाद्य तेलों की भंडारण सीमा तय करने के बाद बुधवार को पाम, सोया और सूरजमुखी के कच्चे तेल पर बेसिक सीमा शुल्क भी घटा दिया. इसके अलावा त्योहारी सीजन में आपूर्ति बेहतर बनाने के लिए सितंबर में रिकॉर्ड आयात किया गया.
वहीं, केंद्र सरकार ने कल अर्थात गुरुवार को कहा कि आयात शुल्क में कटौती किए जाने के बाद खुदरा खाद्य तेल की कीमतों में लगभग 15-20 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट आने की उम्मीद है. केंद्र ने आठ प्रमुख उत्पादक राज्यों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि यह लाभ उपभोक्ताओं को दिया जाए, जिससे त्योहारों के दौरान उन्हें बढ़ी हुई तेल कीमतों से राहत मिले.
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राज्य करें उचित और तत्काल कार्रवाई
खाद्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘सरकार के इस कदम (खाद्य तेलों पर आयात शुल्क में कटौती) से भारत में खाद्य तेलों की घरेलू कीमतों में कमी आ सकती है. इससे उपभोक्ताओं को 15 से 20 रुपये प्रति किलो खाद्य तेलों का फायदा होगा.’ मंत्रालय ने सभी प्रमुख खाद्य तेल उत्पादक राज्यों को ‘उचित और तत्काल कार्रवाई’ करने के लिए पत्र लिखा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि खाद्य तेलों की कीमतों को आयात शुल्क में कटौती के अनुरूप स्तर पर लाया जाए.
उधर, खाद्य तेल संगठन एसईए ने बताया कि सितंबर में आयात 63 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड 16.98 लाख टन पहुंच गया. यह किसी भी एक महीने में हुआ अब तक का सबसे ज्यादा आयात, जिसमें पाम तेल की रिकॉर्ड हिस्सेदारी है. इससे पहले सबसे ज्यादा खाद्य तेल का आयात अक्तूबर, 2015 में 16.51 लाख टन था.
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अखाद्य तेलों का आयात भी पिछले साल के 17,702 टन के मुकाबले करीब साढ़े तीन गुना बढ़कर 63,608 टन पहुंच गया. कुल तेल आयात में पाम तेल की हिस्सेदारी भी पिछले साल के 54 फीसदी से बढ़कर 63 फीसदी पहुंच गई है.
चौथी बार शुल्क में कटौती
सरकार ने खाद्य तेलों के दाम कम करने के लिए पिछले कुछ महीने में चौथी बार उत्पाद व सीमा शुल्क में कटौती की है. बुधवार को सेस और सीमा शुल्क में कटौती के बाद रिफाइंड पाम तेल के दाम 8-9 रुपये लीटर और सूरजमुखी व सोयाबीन तेल के दाम 12-15 रुपये लीटर तक नीचे आ जाएंगे.
एसईए के कार्यकारी निदेशक ने कहा, अमूमन सरकार के आयात शुल्क में कटौती के बाद अंतरराष्ट्रीय कीमतें बढ़ जाती हैं. पिछले एक साल में घरेलू बाजार में खाद्य तेल 46.15 फीसदी महंगा हो चुका है. देश में कुल खाद्य तेल की खपत का 60 फीसदी आयात करना पड़ता है.
महंगाई से लाल हुआ टमाटर, 72 रुपये किलो पहुंचा
मेट्रो शहरों में टमाटर की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं. मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बारिश से फसलें तबाह होने के बाद कुछ शहरों में खुदरा कीमतें 72 रुपये किलो पहुंच गई हैं.
उपभोक्ता मंत्रालय ने बताया कि बृहस्पतिवार को कोलकाता में टमाटर 72 रुपये किलो रहा, जो एक महीने पहले 38 रुपये के भाव बिक रहा था. दिल्ली-चेन्नई में दाम 30 रुपये बढ़कर 57 रुपये हो गए, जबकि मुंबई में 53 रुपये के भाव है. हालांकि, दिल्ली के कई इलाकों में टमाटर का खुदरा मूल्य 100 रुपये किलो से ज्यादा पहुंच गया है.