नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत (Pilibhit) से एक परेशान करने वाली खबर आई है. यहां की पूरनपुर मंडी समिति (Puranpur Mandi Smiti) में धान की खरीद नहीं होने से परेशान एक किसान ने आत्महत्या का प्रयास किया. वहां मौजूद दूसरे किसानों ने उसे रोका और मामले को किसी तरह शांत कराया गया. खबर फैलते ही मंडी समिति में हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई.
यदि आप 19 अक्टूबर मतलब आज के धान के रेट जानना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें – धान के रेट
दैनिक जागरण की एक खबर के मुताबिक, पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव मुझा कलां के किसान एवं अन्नदाता किसान यूनियन के प्रदेश महामंत्री बलजिंदर सिंह ने ये कदम उठाया. वे धान की खरीद न होने के चलते काफी परेशान थे. उन्होंने कृषि उत्पादन मंडी समिति में लगे क्रय केंद्र (Krya Kendra) के सामने आत्महत्या करने के लिए फंदा बनाना शुरू कर दिया. बलजिंदर का कहना है कि वह 11 अक्टूबर को धान लेकर मंडी आए. नमी होने के कारण तीन दिन तक उसको सुखाया. सोमवार को जब नंबर आया तो बारदाना न होने की बात कही गई. इससे परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या का प्रयास किया. हालांकि इस हंगामे के बाद धान की खरीद शुरू करा दी गई.
यदि आप ये जानना चाहते हैं कि आज नरमा और ग्वार का भाव कैसा रहा तो यहां क्लिक करें – नरमा और ग्वार का भाव
नायब तहसीलदार की किसानों से नोकझोंक
इसी मंडी समिति में सोमवार को जायजा लेने पहुंचे नायब तहसीलदार आनंद प्रकाश राय से किसानों की नोकझोंक हो गई. खबर के अनुसार, नायब तहसीलदार ने एक किसान से देख लेने की धमकी दी, जिससे वहां मौजूद किसान भड़क गए. उन्होंने नायब तहसीलदार को घेर लिया और जमकर खरी-खोटी सुनाई. इस दौरान उप जिलाधिकारी रामस्वरूप मौके पर पहुंच गए.
ये जरूर पढ़ें – पशुओं में फैल रही लम्पी बीमारी का इलाज कैसे करें
उन्होंने किसानों को अब दोबारा नायब तहसीलदार के मंडी समिति में न आने की बात कही और किसानों को शांत कराया. किसानों का कहना है कि नायब तहसीलदार ने गांव वक्तापुर में भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया था. उनके इस व्यवहार को लेकर किसानों में आक्रोश है.