नई दिल्ली. लखीमपुर मामले में यदि आपको लगता है कि शांति हो गई है तो ऐसा नहीं है. राजनीतिक स्तर पर यह मामला अभी भी पूरा गरमाया हुआ है. और हो भी क्यों ना, आखिर किसानों की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ पर भी यदि विपक्ष चुपा बैठेगा तो फिर वह काहे का विपक्ष. गुरुवार को कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पीड़ितों से मिलने के लिए अपना काफिला लेकर जा रहे थे, लेकिन उन्हें लखीमपुर पहुंचने से पहले ही सहारनपुर बॉर्डर पर रोक लिया गया. इस दौरान वहां काफी हंगामा हुआ. नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि या तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाए या फिर जाने के लिए आगे का रास्ता खोल दिया जाए. हंगामे के बाद पुलिस ने नवजोत सिंह सिद्धू और नेताओं को हिरासत में ले लिया है.
बैरिकेटिंग पर चढ़े नेता, हुआ हंगामा
न्यूज़ 18 हिंदी की एक खबर के अनुसार, पंजाब में कांग्रेस सरकार के कैबिनेट मंत्री राजा वडिंग ने काफी हंगामा किया. पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड पर चढ़ने के बाद जब अरे नीचे उतारा गया उन्होंने कहा कि यदि जाने नहीं दिया गया तो वे यहीं पर भूख हड़ताल करेंगे. इसके बाद कई मंत्री और विधायक शाहजहांपुर पुलिस चौकी में धरने पर बैठ गए.
लोकतंत्र को डंडा तंत्र बना दिया गया : सिद्धू
पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि जनता की ओर से चुने गए प्रतिनिधियों को जनता से मिलने नहीं दिया जा रहा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को डंडा तंत्र बना दिया गया है जिसका भी पुरजोर विरोध करते हैं.
गौरतलब है कि कल यानी बुधवार को राहुल गांधी को लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया था और उनकी गाड़ी को लखीमपुर जाने से रोका गया. हालांकि राहुल गांधी को पुलिस की गाड़ी में लखीमपुर जाने के लिए कहा गया था, जिसका उन्होंने विरोध किया और वह धरने पर बैठ गए. हालांकि बाद में प्रशासन ने उन्हें लखीमपुर जाने की अनुमति दे दी थी. लखीमपुर में राहुल प्रियंका गांधी से मिले और उनका हालचाल जाना. प्रियंका गांधी को उससे मंगलवार रात को ही हिरासत में लेकर एक कमरे में रखा गया था.